Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai
Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai
Tu Hi Pyar Tu Hi Chahat
Tu Hi Aashiqui Hai
Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai
Pehli Mohabbat Ka Ehsaas Hai Tu
Pehli Mohabbat Ka Ehsaas Hai Tu
Bujh Ke Jo Bujh Na Paayi
Woh Pyaas Hai Tu
Tu Hi Meri Pehli Khwahish
Tu Hi Aakhri Hai
Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai
Har Zakhm Dil Ka Tujhe Dil Se Dua De
Har Zakhm Dil Ka Tujhe Dil Se Dua De
Khushiyan Tujhe Gham Saare
Mujhko Khuda De
Tujhko Bhula Na Paya
Meri Bebasi Hai
Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai
Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai
Tu Hi Pyar Tu Hi Chahat
Tu Hi Aashiqui Hai
Tu Meri Zindagi Hai
Tu Meri Har Khushi Hai...
तू फिर से पास आ
मैं जिद नहीं करूंगा
तू फिर से दूर जा
मैं कुछ नहीं कहूंगा
जो तेरे जाने से मैं
बैठा हूं महकने में
मैं खा चुका हूं धोखा
पीने से नहीं मारुंगा
जो तुझसे सीख हूं
तुझे पे तो लिखूंगा
जो तुझको चाहूंगा
तुझे पे तो मितुंगा
जो हस के औंगा
मैं फिर से तेरे सामने
हूं नपसंद बता दियो
मैं फिर नहीं दिखूंगा
मैंने देखा तुझे सदगी रही नहीं
मैंने देखा तूने कोशीशीं बहुत करि
कहे जो तुझको अपने हाथों से सजा दूं
है कामी तू पहनने बहुत
फिर भी लगता क्यों साजी नहीं
आज भी ऐसे देखे मैंने दयारे नहीं
के तुझसे बंट लूं
मैं खुद को कह दूं आ रहे
नहीं है तुमसे मिलने
बेवफा ही द जो हस के कहा दिया
के हम भी धोखे खा रहे नहीं
जो फिर से देखा
मेरी रुख चली कलाम थी
दिल धड़कता आंखें भीगी
बातें तांग थी
जो तुझको सोचा
मेरा पूरा एक जनम थी
जब तुझको देखा
किसी और की सनम थी
दिल तो दुखता है
पर जीना पढ़ता ही है
सूरज से चाँद भी
अकेले लडता ही है
मैं कितना भूलूं
किस्सा तेरा अदा ही है
जो करदे फासला
तो प्यार बुरा ही है
गाने तो चल रहे
पर बात तेरी मेरी है
चिराग बुझ गए
पर रातें तेरी मेरी है
हुआ वो एक ना
जो सात जन्म का वादा था
तो इस सदी मैं जाना
क्या औकात तेरी मेरी है
माना मैं सब ही कुछ जीता
कुछ भी हारा ना
पर जिसको हारा उसको
देखा फिर दोबारा ना
जो धस गया हूं जाके रेत में
मैं आंखों तक
तू है समुंदर मुझसे
बूंद का सहारा ना
न मुझसे पूछो
मेरे हाल क्या सितारों का
ना दम तू खा ये आके
नोटो की दीवारों का
है पैसा क्या तू
छोटी बातें ना किया कर
मैं बस प्यार से गरीब
मुझको मोल न हज़ारों का
जो मुझसे पूछ ले
तू रास्ता बहारों का
टू हस के कह दूं
तू नज़र मेरी आँखों का
मैं जिसको कोसने चला हूं
उसका नाम याद
फिर भी लिख ना पाना
दोष काम है गवारों का
जो तुझको देखा
आसमान में चांद था नई
कहीं पे चुप गया
केहता नहीं लगता
इसे हसीन मैंने देखा
कहीं कुछ के लोग
यूं ही लिखते रहते हैं मुझसे
ऐ खुदा मैं चांद नहीं
ये तेरी रेशमी
जो बाल जाल साज़ी है
मारा नहीं पर
जीते जी तू मेरी फासी है
दबा नहीं गाला
क्यों सांसे मेरी घुट रही,
मैं क्या ही दूं साजा
जा तेरी हर सजा ही माफ़ी है
मुझे ख़बर नहीं
तू किस जुबान में राजी है
देखे असर नहीं
तू किस दुआ में बाकी है
अगर कभी मैं
तेरे सामने से गुजरून
मुझको मिल तू या नहीं
पर तेरी एक नज़र ही काफी है
एकतरफा मैं नाम भी बना लूंगा
एक तरफ में नाम भी छुपा लूंगा
एक अरसा जो बीते तेरी यादों में
मैं होके मशहूर
तुझपे जिंदगी लूटूंगा...